बिजनौर बाईपास: जुलाई तक पूरा होगा निर्माण, शहर को मिलेगी जाम से राहत
बिजनौर शहर को जल्द ही जाम से मुक्ति मिलने वाली है।
मेरठ–पौड़ी नेशनल हाईवे पर बन रहा बिजनौर बाईपास अगले साल जुलाई तक तैयार हो जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने दावा किया है कि निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और निर्धारित समयसीमा तक इसे पूरा कर लिया जाएगा।
परियोजना की वर्तमान स्थिति
- अब तक लगभग 60% काम पूरा हो चुका है।
- बाईपास की कुल लंबाई 9 किलोमीटर होगी।
- इसमें 9 अंडरपास बनाए जा रहे हैं, जिनमें से 6 अंडरपास का काम पूरा हो चुका है।
- शेष 3 अंडरपास का निर्माण कार्य जारी है।
मार्ग और संरचना
- बाईपास की शुरुआत माउंट लिट्रा स्कूल से होगी।
- यह आगे बढ़ते हुए नजीबाबाद मार्ग पर पेदा गांव के पास निकलेगा।
- पहले योजना में 8 अंडरपास ही प्रस्तावित थे, लेकिन बाद में मुस्तफाबाद गांव के सामने एक अतिरिक्त अंडरपास को स्वीकृति दी गई।
परियोजना का महत्व
- मेरठ से नजीबाबाद तक हाईवे को फोरलेन में तब्दील किया जा रहा है।
- पहले चरण में: मेरठ से बहसूमा और बिजनौर से नजीबाबाद तक का काम पूरा हो चुका है।
- दूसरे चरण में: बहसूमा से बिजनौर और बिजनौर बाईपास का निर्माण जारी है।
- बाईपास तैयार होने के बाद:
- बिजनौर शहर को जाम से राहत मिलेगी।
- यात्रियों को सुगम और सुरक्षित सफर का अनुभव होगा।
- भारी वाहनों का दबाव शहर के भीतर से हट जाएगा।
समयसीमा
- फिलहाल 60% कार्य पूरा हो चुका है।
- एनएचएआई का लक्ष्य है कि जुलाई 2026 तक बाईपास पूरी तरह चालू हो जाए।









