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प्रदूषण का स्तर खतरनाक
- राजधानी दिल्ली और NCR में शनिवार शाम को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) फिर से 400 के पार चला गया।
- केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली का औसत AQI 390 दर्ज हुआ, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।
- कई इलाकों में स्थिति और भी खराब रही:
- नेहरू नगर: 442
- शादीपुर: 429
- पटपड़गंज: 431
- आरके पुरम: 412
- सीरी फोर्ट: 402
- शिवाजी पार्क: 400
सरकार की सख्त कार्रवाई
- हालात की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली सरकार ने GRAP-4 (Graded Response Action Plan) के तहत दो प्रमुख प्रतिबंधों को स्थायी कर दिया है।
- पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने घोषणा की:
- नो PUC, नो फ्यूल: वैध Pollution Under Control Certificate (PUCC) के बिना किसी वाहन को पेट्रोल नहीं मिलेगा।
- BS6 मानक अनिवार्य: दिल्ली में बाहर से आने वाले ऐसे वाहनों पर प्रतिबंध रहेगा जो भारत स्टेज VI (BS6) उत्सर्जन मानकों को पूरा नहीं करते।
निगरानी और अन्य कदम
- एयर क्वालिटी मैनेजमेंट कमीशन ने GRAP के तहत स्टेज-3 उपाय लागू किए हैं:
- निर्माण कार्यों पर रोक।
- कुछ औद्योगिक गतिविधियों पर पाबंदी।
- अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि ‘बहुत खराब’ हवा में:
- बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारी से पीड़ित लोगों को बाहर कम समय बिताना चाहिए।
- मास्क पहनना अनिवार्य है।
स्थिति का महत्व
- दिल्ली में प्रदूषण हर साल सर्दियों में गंभीर स्तर पर पहुँचता है।
- इस बार सरकार ने स्पष्ट किया है कि PUCC और BS6 से जुड़े नियम अब अस्थायी नहीं बल्कि स्थायी रहेंगे, ताकि लंबे समय तक प्रदूषण नियंत्रण में मदद मिल सके।
- यह कदम वाहनों से निकलने वाले धुएँ को कम करने और ईंधन की खपत को नियंत्रित करने की दिशा में बड़ा बदलाव माना जा रहा है।