अनूठे अंदाज में हुआ भाकियू का पोस्टकार्ड अभियान समापन
बिजनौर (चिंगारी)। गंगा एक्सप्रेस-वे समेत जनपद से जुड़े कई अहम मुद्दों पर चलाए गए भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) के पोस्टकार्ड अभियान का समापन वर्ष 2025 के अंतिम सप्ताह में बेहद अनूठे अंदाज में हुआ। इस अभियान ने न केवल किसानों की आवाज़ को प्रशासन तक पहुँचाया, बल्कि जनजागरूकता का भी एक सशक्त संदेश दिया।
📌 रैली का अनोखा दृश्य
- किसानों और जनप्रतिनिधियों ने नगर में जागरूकता रैली निकाली।
- सिरों पर पोस्टकार्डों से भरी टोकरी लेकर चलते किसान लोगों के आकर्षण का केंद्र बने।
- बीन, सारंगी और ढोल की धुनों पर कदमताल करते लोग रैली को सांस्कृतिक रंग देते रहे।
- रैली का माहौल उत्सव जैसा था, जिसमें जनसरोकार और लोकसंस्कृति का सुंदर संगम दिखाई दिया।
✉️ पोस्टकार्डों की संख्या और महत्व
- अभियान के दौरान अब तक लगभग 5 लाख पोस्टकार्ड भेजे जा चुके हैं।
- शनिवार को समापन अवसर पर 1 लाख 34 हजार पोस्टकार्ड बिजनौर डाकघर में डाक अधीक्षक को सौंपे गए।
- इन पोस्टकार्डों में गंगा एक्सप्रेस-वे सहित जनपद से जुड़े विकास और जनहित के मुद्दों को प्रमुखता से उठाया गया।
👤 नेतृत्व और उद्देश्य
- इस रैली का नेतृत्व भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) के जिला अध्यक्ष नितिन कुमार सिरोही ने किया।
- उद्देश्य था कि किसानों और आम जनता की आवाज़ सीधे शासन-प्रशासन तक पहुँचे।
- पोस्टकार्ड अभियान ने यह संदेश दिया कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में शांतिपूर्ण और रचनात्मक तरीकों से भी जनहित की मांगों को मजबूती से रखा जा सकता है।
🌾 अभियान का प्रभाव
- इस अनूठे अभियान ने किसानों को एकजुट किया और आम नागरिकों को भी जोड़ा।
- सांस्कृतिक प्रस्तुति और लोकवाद्य यंत्रों के प्रयोग ने रैली को यादगार बना दिया।
- प्रशासन तक पहुँचे लाखों पोस्टकार्ड अब जनपद की समस्याओं और मांगों को उजागर करने का दस्तावेज़ बन गए हैं।








