गोवा अग्निकांड के आरोपी लूथरा ब्रदर्स भारत लौटे, पुलिस हिरासत में लेकर होगी गहन पूछताछ

गोवा के चर्चित नाइट क्लब अग्निकांड मामले में एक बड़ा मोड़ आया है। इस हादसे में 25 लोगों की मौत के बाद से फरार चल रहे क्लब मालिक सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा को आखिरकार थाईलैंड से भारत वापस लाया गया है। दोनों भाइयों को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतारते ही सुरक्षा एजेंसियों ने अपनी निगरानी में ले लिया। यह कार्रवाई न केवल जांच के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि उन परिवारों के लिए भी राहत की खबर है जो महीनों से न्याय की प्रतीक्षा कर रहे थे।

हादसे की पृष्ठभूमि: एक रात जिसने कई परिवारों की दुनिया उजाड़ दी

गोवा के एक लोकप्रिय नाइट क्लब में लगी भीषण आग ने पूरे देश को हिला दिया था। आग इतनी तेजी से फैली कि कई लोग बाहर निकलने का मौका भी नहीं पा सके। इस दुर्घटना में 25 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए। शुरुआती जांच में सामने आया कि क्लब में सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया था।

  • आपातकालीन निकास पर्याप्त नहीं थे
  • फायर सेफ्टी उपकरण या तो मौजूद नहीं थे या काम नहीं कर रहे थे
  • क्लब में क्षमता से अधिक भीड़ मौजूद थी

इन गंभीर लापरवाहियों ने इस हादसे को और भी भयावह बना दिया। हादसे के तुरंत बाद क्लब के मालिक लूथरा ब्रदर्स देश छोड़कर थाईलैंड भाग गए, जिससे संदेह और गहरा गया कि वे जिम्मेदारी से बचने की कोशिश कर रहे थे।

अंतरराष्ट्रीय समन्वय के बाद हुई गिरफ्तारी

गोवा पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था और इंटरपोल के माध्यम से रेड कॉर्नर नोटिस की प्रक्रिया भी शुरू की गई। कई हफ्तों की कानूनी औपचारिकताओं और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के बाद थाईलैंड अधिकारियों ने दोनों को भारत भेजने की अनुमति दी। दिल्ली एयरपोर्ट पर गोवा पुलिस की एक विशेष टीम पहले से मौजूद थी। जैसे ही दोनों आरोपी भारत पहुंचे, उन्हें सुरक्षा घेरे में लेकर सीधे कोर्ट ले जाने की तैयारी शुरू कर दी गई।

दिल्ली की कोर्ट में पेशी और आगे की प्रक्रिया

लूथरा ब्रदर्स को एयरपोर्ट से सीधे दिल्ली की अदालत में पेश किया जाएगा। गोवा पुलिस अदालत से उनकी कस्टडी की मांग करेगी ताकि उन्हें गोवा ले जाकर विस्तृत पूछताछ की जा सके। कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि—

  • विदेश भागने का प्रयास उनके खिलाफ एक गंभीर परिस्थिति बनाता है
  • पुलिस को कस्टडी मिलने की संभावना काफी अधिक है
  • जांच के दौरान कई और लोगों की भूमिका भी उजागर हो सकती है

गोवा पुलिस का कहना है कि इस मामले में सिर्फ लापरवाही ही नहीं, बल्कि कई स्तरों पर नियमों की अनदेखी हुई है। यह भी जांच का विषय है कि क्लब को संचालन की अनुमति कैसे मिली और क्या किसी अधिकारी की मिलीभगत थी।

पीड़ित परिवारों की उम्मीदें फिर जगीं

इस हादसे ने 25 परिवारों की जिंदगी हमेशा के लिए बदल दी। कई परिवारों ने अपने कमाने वाले सदस्य खो दिए, कई माता-पिता ने अपने बच्चों को खो दिया। लूथरा ब्रदर्स की गिरफ्तारी और भारत वापसी से पीड़ित परिवारों में उम्मीद जगी है कि अब न्याय की प्रक्रिया तेज होगी और दोषियों को सख्त सजा मिलेगी।