संसद में अखिलेश का हमला: SIR के बहाने NRC की तैयारी

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव ने संसद में चुनाव सुधारों पर चर्चा के दौरान सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार SIR (Summary Revision of Electoral Rolls) प्रक्रिया के ज़रिए नागरिकों की जानकारी इकट्ठा कर रही है, जो आगे चलकर NRC (National Register of Citizens) लागू करने की दिशा में कदम हो सकता है।

🔹 SIR प्रक्रिया पर आपत्ति

  • अखिलेश ने बताया कि इस प्रक्रिया में बूथ लेवल अधिकारियों (BLOs) को भारी दबाव झेलना पड़ रहा है।
  • कई अधिकारियों की मौत की घटनाओं का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि यह प्रणाली न केवल जटिल है बल्कि आम नागरिकों के लिए भी परेशानी का कारण बन सकती है।
  • उनका आरोप था कि सरकार इसे चुनाव सुधार का नाम देकर नागरिकता की जांच की ओर बढ़ रही है।

🔹 ईवीएम पर सवाल

  • अखिलेश यादव ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) पर भी गंभीर सवाल उठाए।
  • उन्होंने कहा कि जनता में लगातार यह संदेह बना रहता है कि ईवीएम से चुनाव निष्पक्ष नहीं हो पाते।
  • उनका सुझाव था कि ईवीएम को हटाकर बैलेट पेपर प्रणाली फिर से लागू की जाए, जिससे चुनाव प्रक्रिया पर जनता का भरोसा बढ़े।

🔹 बैलेट पेपर की वकालत

  • बैलेट पेपर को उन्होंने अधिक पारदर्शी और भरोसेमंद बताया।
  • उनका तर्क था कि भले ही इसमें गिनती में समय अधिक लगता है, लेकिन जनता को परिणामों पर विश्वास रहता है।
  • उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सबसे अहम चीज़ है जनता का भरोसा, और बैलेट पेपर से यह भरोसा मज़बूत होता है।