यमुना और नोएडा एक्सप्रेसवे पर अब घटेगी स्पीड लिमिट, 15 दिसंबर से नया नियम लागू
सर्दियों में धुंध और फिसलन से बचाव: सरकार ने घटाई एक्सप्रेसवे की स्पीड लिमिट
- सरकार ने 15 दिसंबर से स्पीड लिमिट घटाने का फैसला किया है।
- मुख्य वजह है सर्दियों में धुंध और कम विजिबिलिटी, साथ ही सड़क पर फिसलन जो दुर्घटनाओं का बड़ा कारण बनती है।
- यह कदम सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है ताकि हादसों की संख्या कम हो सके।
🏎️ नई स्पीड लिमिट
- हल्के वाहन (कार, SUV आदि):
- पहले: 100 किमी/घंटा
- अब: 75 किमी/घंटा
- भारी वाहन (बस, ट्रक आदि):
- यमुना एक्सप्रेसवे: 60 किमी/घंटा
- नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे: 50 किमी/घंटा
- यह नियम 15 दिसंबर से अगले दो महीने तक लागू रहेगा।
🚚 कॉमर्शियल गाड़ियों के लिए विशेष निर्देश
- नई स्पीड लिमिट का पालन करना अनिवार्य होगा।
- उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई होगी, यहां तक कि वाहन जब्त भी किया जा सकता है।
- सभी कॉमर्शियल गाड़ियों पर रिफ्लेक्टर लगाना अनिवार्य है।
- बिना रिफ्लेक्टर वाली गाड़ियों को एक्सप्रेसवे पर प्रवेश नहीं मिलेगा।
- प्रशासन ने कहा है कि नई स्पीड लिमिट की जानकारी सार्वजनिक नक्शों और संकेतकों पर भी दर्शाई जाएगी।
👮 पुलिस और प्रशासन की तैयारी
- एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए जाएंगे।
- ट्रैफिक पुलिस लगातार निगरानी करेगी और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर तुरंत कार्रवाई होगी।
💰 पेनाल्टी और चालान
- पहली बार स्पीड लिमिट तोड़ने पर: ₹1,000 का चालान
- बार-बार नियम तोड़ने पर: ₹2,000 तक का चालान
- नोएडा और लखनऊ में ट्रैफिक सिस्टम को आधुनिक तकनीक से अपग्रेड किया गया है:
- मोशन-ट्रिगर स्पीड ट्रैप कैमरे वाहन की स्पॉट स्पीड और औसत स्पीड दोनों रिकॉर्ड करते हैं।
- कैमरे सीधे वाहन के रजिस्ट्रेशन डेटा से जुड़े हैं।
- चालान का भुगतान देर से करने पर वाहन के रिन्यूअल और दस्तावेज़ अपडेट पर असर पड़ सकता है।
यह बदलाव सड़क सुरक्षा के लिहाज़ से बेहद अहम है। सर्दियों में धुंध और फिसलन के कारण दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है, इसलिए सरकार ने स्पीड लिमिट घटाकर यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की कोशिश की है। वाहन चालकों को सलाह दी जाती है कि वे नई स्पीड लिमिट का पालन करें, सावधानी से गाड़ी चलाएँ और नियमों का उल्लंघन करने से बचें।







