इंडिगो संकट के बीच एयर इंडिया का बड़ा राहत पैकेज

पिछले पाँच दिनों से इंडिगो एयरलाइंस की उड़ानों में भारी तकनीकी और ऑपरेशनल गड़बड़ियों के कारण देशभर के एयरपोर्ट्स पर अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। हजारों यात्री फंसे हुए हैं, टिकटों की कीमतें अचानक बढ़ गई हैं और लोगों की यात्रा योजनाएँ अस्त-व्यस्त हो चुकी हैं। इस अव्यवस्था ने पूरे भारतीय एविएशन सेक्टर को हिला कर रख दिया है।

एयर इंडिया का राहत भरा कदम

टाटा समूह की एयरलाइन एयर इंडिया ने इस संकट की घड़ी में यात्रियों को बड़ी राहत देने की घोषणा की है:

  • रीशेड्यूलिंग और कैंसिलेशन पर जीरो चार्ज
    • यात्री अपनी टिकट बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के रीशेड्यूल कर सकते हैं।
    • यदि यात्रा रद्द करनी हो तो उन्हें 100% फ्री रिफंड मिलेगा।
    • यह सुविधा उन यात्रियों के लिए है जिन्होंने 4 दिसंबर 2025 तक टिकट बुक की थी और जिनकी यात्रा 15 दिसंबर 2025 तक निर्धारित थी
  • स्पेशल वन-टाइम वेवर
    • यह ऑफर 8 दिसंबर 2025 तक किए गए रीशेड्यूल या कैंसिलेशन पर लागू रहेगा।
    • रीशेड्यूलिंग के दौरान यदि किराए में अंतर आता है, तो यात्री को केवल वही अंतर राशि चुकानी होगी।

किराए पर नियंत्रण (Fare Cap)

एयर इंडिया और उसकी सहायक कंपनी एयर इंडिया एक्सप्रेस ने 4 दिसंबर से सभी नॉन-स्टॉप घरेलू फ्लाइट्स पर इकोनॉमी किराए को कैप कर दिया है।

  • इसका मतलब है कि अचानक बढ़ती मांग के कारण टिकटों की कीमतें अनियंत्रित रूप से नहीं बढ़ेंगी।
  • यह कदम इंडिगो संकट के चलते बढ़ी हुई एयर किराए की लहर को रोकने के लिए बेहद अहम माना जा रहा है।
  • दोनों एयरलाइंस ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा जारी नए एयरफेयर कैप नियमों का पालन शुरू कर दिया है। मंत्रालय ने साफ कर दिया था कि किसी भी तरह की ओवरप्राइसिंग बर्दाश्त नहीं की जाएगी

यात्रियों के लिए महत्व

  • इंडिगो संकट से प्रभावित यात्रियों को अब वैकल्पिक विकल्प मिल गया है।
  • एयर इंडिया का यह कदम न केवल यात्रियों की आर्थिक बोझ को कम करेगा बल्कि उन्हें यात्रा योजनाओं में लचीलापन भी देगा।
  • एविएशन सेक्टर में स्थिरता बनाए रखने और यात्रियों का भरोसा कायम रखने के लिए यह निर्णय एक सकारात्मक और रणनीतिक कदम माना जा रहा है।