इसरो ने रचा नया इतिहास: ब्लूबर्ड ब्लॉक-2 सैटेलाइट का सफल प्रक्षेपण

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने एक बार फिर अपनी तकनीकी क्षमता और वैश्विक नेतृत्व को साबित करते हुए दुनिया के सबसे बड़े कमर्शियल कम्यूनिकेशन सैटेलाइट ब्लूबर्ड ब्लॉक-2 को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया है। यह ऐतिहासिक प्रक्षेपण आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से किया गया। इस मिशन ने न केवल भारत की अंतरिक्ष शक्ति को नई ऊंचाई दी है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की वाणिज्यिक लॉन्च सेवाओं की विश्वसनीयता को भी मजबूत किया है।

मिशन की प्रमुख उपलब्धि

  • सबसे भारी सैटेलाइट: ब्लूबर्ड ब्लॉक-2 का वजन 6,100 किलोग्राम है, जो अब तक एलवीएम3 (LVM3) रॉकेट द्वारा पृथ्वी की निम्न कक्षा (LEO) में स्थापित किया गया सबसे भारी पेलोड है।
  • पिछला रिकॉर्ड: इससे पहले नवंबर 2024 में एलवीएम3-एम5 द्वारा 4,400 किलोग्राम वजनी कम्यूनिकेशन सैटेलाइट-03 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया था। ब्लॉक-2 ने इस रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।
  • रॉकेट की क्षमता: 43.5 मीटर ऊंचा तीन-चरणीय एलवीएम3 रॉकेट, जिसमें क्रायोजेनिक इंजन और दो शक्तिशाली एस200 ठोस रॉकेट बूस्टर लगे हैं, ने इस मिशन को सफल बनाया।

प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया

लॉन्चिंग की सफलता पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बधाई देते हुए कहा कि भारत के युवाओं की ताकत से हमारा स्पेस प्रोग्राम और अधिक एडवांस्ड और असरदार बन रहा है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि LVM3 की भरोसेमंद हेवी-लिफ्ट परफॉर्मेंस भविष्य के गगनयान मिशन के लिए नींव मजबूत कर रही है। साथ ही, यह मिशन भारत की कमर्शियल लॉन्च सेवाओं का विस्तार और वैश्विक साझेदारी को गहरा करने में मदद करेगा।

ब्लूबर्ड ब्लॉक-2 की खासियत

  • अगली पीढ़ी का कम्यूनिकेशन सैटेलाइट: यह सैटेलाइट स्मार्टफोन को सीधे उच्च गति वाली सेल्युलर ब्रॉडबैंड सेवा प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है।
  • वैश्विक कनेक्टिविटी: इसका उद्देश्य दुनिया के किसी भी कोने में मोबाइल कनेक्टिविटी उपलब्ध कराना है।
  • सेवाएं: 4G और 5G वॉयस-वीडियो कॉल, मैसेजिंग, स्ट्रीमिंग और डेटा सेवाएं सीधे सैटेलाइट नेटवर्क से उपलब्ध होंगी।
  • साझेदारी: यह मिशन न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) और अमेरिका स्थित AST SpaceMobile के बीच हुए वाणिज्यिक समझौते के तहत संचालित किया गया।

तकनीकी और धार्मिक पहलू

लॉन्चिंग से पहले इसरो प्रमुख वी. नारायणन ने 22 दिसंबर को तिरुमला स्थित श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में पूजा अर्चना कर मिशन की सफलता की कामना की। यह भारतीय परंपरा और वैज्ञानिक दृष्टिकोण का अद्भुत संगम है।

एएसटी स्पेसमोबाइल का नेटवर्क विस्तार

  • सितंबर 2024 में AST SpaceMobile ने ब्लूबर्ड-1 से 5 तक पांच उपग्रह सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किए थे।
  • ये उपग्रह अमेरिका और कुछ अन्य देशों में निरंतर इंटरनेट कवरेज प्रदान कर रहे हैं।
  • कंपनी ने दुनिया भर के 50 से अधिक मोबाइल ऑपरेटरों के साथ साझेदारी की है और अपने नेटवर्क को और मजबूत करने के लिए भविष्य में और उपग्रह प्रक्षेपित करने की योजना बनाई है।

भारत के लिए महत्व

  • वैश्विक नेतृत्व: इस मिशन ने भारत को वाणिज्यिक सैटेलाइट लॉन्च सेवाओं के क्षेत्र में अग्रणी देशों की श्रेणी में और मजबूत किया है।
  • आर्थिक लाभ: ऐसे मिशन भारत को विदेशी मुद्रा अर्जित करने और अंतरिक्ष उद्योग में रोजगार सृजन का अवसर देते हैं।
  • भविष्य की नींव: गगनयान जैसे मानवयुक्त मिशन और अन्य अंतरिक्ष परियोजनाओं के लिए यह तकनीकी क्षमता बेहद महत्वपूर्ण है।